शहरी क्षेत्रों के समुचित विकास, आधारभूत ढाँचे की योजना, और आवासीय व वाणिज्यिक परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार द्वारा यूआईटी (Urban Improvement Trust) की स्थापना की जाती है। इसका उद्देश्य शहरों का सुव्यवस्थित विकास सुनिश्चित करना होता है ताकि नागरिकों को बेहतर जीवन-स्तर, सुविधाएं एवं सुविधाजनक आवास उपलब्ध हो सके।
यूआईटी विभिन्न योजनाओं जैसे प्लॉट आवंटन, सड़कों का निर्माण, सीवरेज व्यवस्था, पार्कों व सार्वजनिक स्थलों के विकास आदि पर कार्य करता है। यह नगरीय विकास की रीढ़ की हड्डी मानी जाती है और स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से शहर के सुनियोजित विस्तार में अहम भूमिका निभाती है।
शहर की मास्टर प्लानिंग:
शहर के विस्तार को ध्यान में रखते हुए यूआईटी दीर्घकालीन योजनाएं बनाता है, जिससे अनियोजित विकास रोका जा सके।
आवासीय और वाणिज्यिक योजनाएं:
यूआईटी द्वारा प्लॉट्स, मकान व फ्लैट्स की विभिन्न योजनाएं शुरू की जाती हैं, जिन्हें आम जनता को पारदर्शी प्रक्रिया के तहत आवंटित किया जाता है।
आधारभूत ढाँचे का विकास:
सड़कों का निर्माण, ड्रेनेज सिस्टम, स्ट्रीट लाइट्स, सीवरेज, पानी की व्यवस्था, श्मशान भूमि, पार्क आदि सुविधाएं विकसित की जाती हैं।
हरित क्षेत्र व सार्वजनिक स्थल:
शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाए रखने के लिए पार्क, उद्यान, ट्रैफिक सर्किल्स, ओपन जिम, और खेल मैदानों का निर्माण कराया जाता है।
अनधिकृत निर्माण पर नियंत्रण:
यूआईटी शहर में अनधिकृत कॉलोनियों और अवैध निर्माण को रोकने हेतु निगरानी रखता है और समय-समय पर कार्रवाई करता है।
शहर की सुंदरता और सांस्कृतिक संरक्षण:
शहरी सौंदर्यीकरण (urban beautification) के तहत मूर्तियां, फव्वारे, थीम पार्क आदि का निर्माण भी यूआईटी करता है।
जल्द आ रहा है.....
जल्द आ रहा है.....
जल्द आ रहा है.....
राजस्थान बजट 2025-26: समृद्धि का विश्वास
म्हारी बेटियां, म्हारी शान, भर रहीं हौसलों की उड़ान
एकल उपयोग प्लास्टिक के उन्मूलन के लिए गीत-विश्व पर्यावरण
विश्व पर्यावरण दिवस 2019 जिंगल-1
UIT Office Sri-Ganganagar , 335001
Mon – Fri: 9:00 am – 6:00 pm